विश्रामपुर. ग्रासिम इंडस्ट्रीज के सीएसआर विभाग ने शुक्रवार को रेहला के विशुनपुर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया. संस्थान प्रमुख हितेंद्र अवस्थी के निर्देशानुसार कृषि विकास कार्यक्रम के तहत आयोजित शिविर में आसपास गांवों के दर्जनों किसानों को प्रशिक्षित किया गया. शिविर में रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित मेदिनीनगर चिया॑की स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने किसानों को खरीफ फसलों के प्रबंधन, बुआई,खरपतवार नियंत्रण,उर्वरक प्रबंधन,सिंचाई व उससे जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी किसानों को दी गयी.साथ ही किसानों को खेती के साथ-साथ अतिरिक्त आमदनी बढ़ाने वाले कृषि प्रणाली जैसे उन्नत किस्म के टिशु कल्चर के द्वारा उगाये गये फलदार व इमारती पौधों की बागवानी के बारे में भी बताया गया.उन्होंने कहा कि पलामू जैसे क्षेत्र में बेहद कम पानी में होने वाले उच्च गुणवत्ता वाले कुछ फलदार पौधे, जिनके फलों की बिक्री दर व मांग बाजार में काफी ज्यादा है,उसे लगाने की जरूरत है.प्रमोद कुमार ने पलामू के कुछ प्रगतिशील किसानों के द्वारा किये जा रहे नयी तरह की बागवानी पद्धति व खेती के बारे में भी कृषकों को बताया. कार्यक्रम के अंत में दर्जनों किसानों के बीच खरीफ फसल के बीज का वितरण किया गया. प्रशिक्षण शिविर में कुल 63 किसानों ने भाग लिया. शिविर में ग्रासिम के जनसंपर्क प्रबंधक विकास कुमार,सीएसआर के अनिल गिरि,डॉ प्रेम प्रकाश पांडेय,मो कैफ,आफताब अंसारी,मारुति नंदन त्रिपाठी,जनसेवा ट्रस्ट के सक्रिय सदस्य सहित कई किसान मौजूद थे.
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