नौडीहा बाजार. प्रखंड की करकट्टा पंचायत के हार्वे नदी पर लघु सिंचाई विभाग के द्वारा चेकडैम का निर्माण कराया जा रहा है. इस दौरान संवेदक के द्वारा बालू की जगह छर्री के डस्ट का उपयोग कर कार्य किया जा रहा था. निर्माण कार्य में संवेदक के द्वारा बरती जा रही अनियमितता को प्रभात खबर ने उजागर किया. इस मामले को 20 मई के अंक में प्रभात खबर ने प्रमुखता से उठाया था. खबर प्रकाशित होने के बाद लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों की नींद खुली. मंगलवार को विभाग के कनीय अभियंता अमित कुमार कार्य स्थल पर पहुंचे और निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पाया कि कार्य स्थल पर हाइवा से छर्री का डस्ट डंप किया हुआ था. डस्ट का उपयोग कर जोड़ाई का कार्य किया गया था. कनीय अभियंता ने प्रभात खबर अखबार में प्रकाशित खबर को सही माना. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कनीय अभियंता श्री कुमार ने संवेदक को कड़ी फटकार लगायी. कार्य स्थल पर डंप किये गये छर्री के डस्ट को जेसीबी से गड्डे में फेंकवा दिया. उन्होंने संवेदक को चेतावनी देते हुए कहा कि कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नही होगा. एक सप्ताह पूर्व निरीक्षण के दौरान कनीय अभियंता ने डस्ट से जोड़ाई का कार्य होते देखा था और इसके लिए हिदायत दी थी. फिर भी संवेदक शिवकृपा कंट्रक्शन ने कनीय अभियंता के बातों पर गौर नहीं किया. मनमाने तरीके से कार्य जारी रखा. मालूम हो कि 52 लाख रुपये की लागत से चेकडैम का निर्माण कराया जा रहा है. कनीय अभियंता ने साफ शब्दों में संवेदक को समझाया. बताया कि यदि कार्य में लापरवाही बरती गयी तो सरकार को रिपोर्ट किया जायेगा. चेकडैम का निर्माण का उद्देश्य तभी पूरा होगा, जब उसका निर्माण मजबूती से किया जायेगा.
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