पाटन.मारपीट के मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नही किये जाने से आक्रोशित व्यवसायियों ने किशुनपुर के श्रीराम चौक के पास मुख्य पथ जाम कर दिया. सोमवार की सुबह करीब छह बजे से व्यवसायी सड़क पर उतरे और चौक को जाम कर दिया. इस दौरान व्यवसायी अपनी दुकान व प्रतिष्ठान बंद रखा था. सड़क जाम व बाजार बंद रहने के कारण आम नागरिकों को परेशानी हुई. हालांकि दूसरे रास्ते से वाहन गुजर रहे थे. लेकिन बाजार में चहल-पहल नहीं थी. आरोप है कि एक मई को व्यवसायी शुभम क्रांति के साथ कुंभवा गांव के हरेंद्र सिंह व उनके परिवार के सदस्यों ने दुकान में घुस कर मारपीट की और पैसा लूट लिया था. इस मामले में व्यवसायी शुभम क्रांति ने पुलिस प्रशासन से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी के खिलाफ प्रशासन के द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने से व्यवसायी आक्रोशित थे. भुक्तभोगी व्यवसायी का कहना था कि उन्हें आशंका है कि पुलिस इस मामले को लीपापोती कर रही है. यही वजह है कि अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नही हुई है. उसने बताया कि कुंहवा के हरेंद्र कुमार सिंह उसकी दुकान से छड़-सीमेंट व अन्य सामग्री ले गये थे. जिसका करीब चार लाख रुपया बकाया था. उसने कई बार पैसे की मांग की. इसके बावजूद नहीं दिया गया. भुक्तभोगी ने बताया कि उसने हरेंद्र सिंह से स्पष्ट पूछा कि आखिर उसकी बकाया राशि कब मिलेगी. इसी बात को लेकर आरोपी हरेंद्र कुमार सिंह व उनके सहयोगी दुकान पर पहुंचे और उनके साथ हॉकी स्टीक व लोहे के रॉड से जम कर मारपीट की. जिसमें उन्हें गंभीर चोट आयी है. भुक्तभोगी ने पाटन थाना में आवेदन दिया है. जिसमें करीब साढ़े चार लाख रुपये लूटने, जान से मारने की धमकी देने और मारपीट करने का आरोप लगाया है. लेकिन पुलिस के द्वारा अभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. सड़क जाम की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी लालजी, पुलिस अवर निरीक्षक आनंद राम, शैलभ कुमार, सअनि प्रभात किरण किशुनपुर बाजार पहुंचे. उन्होंने व्यवसायियों को अपने स्तर से समझाया और सड़क जाम हटाने को कहा. लेकिन वे लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. जिले के अधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे. बाद में पुलिस निरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने व्यवसायियों से वार्ता की और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही. आश्वासन के बाद करीब 3:30 बजे व्यवसायियों ने जाम हटाया.
पुलिस व व्यवसायियों को गुमराह कर रहे हैं शुभम : हरेंद्र
इधर हरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि व्यवसायी शुभम क्रांति पुलिस प्रशासन व व्यवसायियों को गुमराह कर रहे हैं. हकीकत यह है कि उनके पास मेरा ही पैसा बकाया है. उन्होंने बताया कि नगद राशि लेने के एवज में शुभम क्रांति ने उन्हें मेरे करीबी अभिषेक कुमार सिंह के नाम पर 15 मार्च 2024 को सात लाख 17 हजार का चेक दिया है. पूरे मामले की जांच करने की आवश्यकता है. इसके बाद ही स्पष्ट हो जायेगा कि दोषी कौन है. जहां तक मारपीट की बात है, तो यह आरोप निराधार है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है