मेदिनीनगर. पांकी विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को राज्य में ग्रेन कंबाइंड हार्वेस्टर के निबंधन नहीं होने का मामला उठाया. विधायक ने कहा कि ग्रेन कंबाइंड हार्वेस्टर उन्नत कृषि से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण एवं आधुनिक मशीन है. लेकिन झारखंड राज्य के वित्तीय गजट में उल्लेख नहीं होने के कारण रजिस्ट्रेशन के लिए इसकी पथ कर गणना नहीं हो पा रही है. राज्य में ग्रेन कंबाइंड हार्वेस्टर का रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण यहां के किसान ना तो इसे खरीद पाते हैं और ना ही बैंकों से वित्तीय ऋण एवं सब्सिडी प्राप्त कर पाते हैं. इस कारण उनको मजबूरन उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ जैसे पड़ोसी राज्यों से महंगे किराये पर मंगा कर इनका उपयोग करना पड़ता है. इससे न केवल सरकार के राजस्व का नुकसान हो रहा है, बल्कि राज्य के किसान उन्नत कृषि यंत्र का उपयोग करने से वंचित रह जा रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार से राज्य में ग्रेन कंबाइंड हार्वेस्टर का रजिस्ट्रेशन प्रारंभ करने की मांग की. बताते चले कि ग्रेन कंबाइंड हार्वेस्टर एक प्रकार की मशीन है. जिससे गेहूं, जई, जौ, मक्का, सोयाबीन और अन्य अनाज फसलों की कुशल और प्रभावी कटाई के लिए डिजाइन किया गया है. इस प्रकार की हार्वेस्टर कटाई प्रक्रिया के कई चरणों को एक ही मशीन में जोड़ती है. जिसमें कटाई, थ्रेसिंग, इकट्ठा करना शामिल है. स्पीकर रविंद्रनाथ महताे ने विधायक को आश्वस्त किया कि मामला सरकार के संज्ञान में आ चुका है.
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