पड़वा. प्रखंड क्षेत्र के गड़ेरियाडीह में श्रीश्री 1008 श्री उदय नारायणाचार्य त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के नेतृत्व में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है. एक मई को कलश यात्रा के साथ यज्ञ शुरू होगा. स्वामी उदय नारायणाचार्य ने बताया कि दुर्गा माता मंदिर में मूर्ति स्थापना के अवसर पर लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है. एक मई को कलश यात्रा व छह मई को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ संपन्न होगा. महायज्ञ समिति के अध्यक्ष अरुण पाल व बसंत पाल ने बताया कि महायज्ञ की तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है. कलश यात्रा महायज्ञ स्थल से निकल कर सिक्का सूर्य मंदिर के पास दुर्गावती नदी पहुंचेगी, जहां से श्रद्धालु कलश में जल भरेंगे. अध्यक्ष ने बताया कि महायज्ञ में मध्य प्रदेश के चित्रकूट से सीताराम जी महाराज, वाराणसी से रघुवंशाचार्य जी महाराज, गया से शिवशंकर जी महाराज एवं वृंदावन से भजन गायिका राधिका जी के द्वारा प्रवचन किया जायेगा. बाहर से आये साधु-संत व श्रद्धालुओं के लिए भंडारा का आयोजन किया गया है. महायज्ञ को सफल बनाने के लिए मंजय पाल, अमित पाल, रविरंजन पाल, विजय विश्वकर्मा, विक्रम पाल, उमाशंकर पाल, टीपी पाल,जय गोविंद विश्वकर्मा, पूरन ठाकुर, अजीत पाल सहित कई लोग सक्रिय हैं. इस दौरान श्री श्री 1008 त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के परम शिष्य श्रीश्री 1008 उदय नारायणाचार्य ने कहा कि इलाके में सुख शांति व समृद्धि के लिए धार्मिक आयोजन का होना जरूरी है. यज्ञ व धार्मिक अनुष्ठान वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बहुत जरूरी है. पांच दिनों तक वैदिक मंत्रोच्चार एवं प्रवचन सुनने से लोगों में अपने धर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी, वहीं महायज्ञ में हवन से निकले धुआं से इलाके का वातावरण शुद्ध होगा. प्राचीन काल से देखा गया है कि पृथ्वी पर जब-जब संकट उत्पन्न हुआ है, तो संकट से उबारने के लिए महायज्ञ का आयोजन किया जाता था.
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