विश्रामपुर.निर्माणाधीन फोर लेन सड़क नेशनल हाइवे 39 किनारे यात्रियों के लिए बना शेड निर्माण कार्य पूर्ण होने के कुछ ही दिनों बाद टूटने लगा है. जिससे इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हो रहा है. इसके अलावा शेड का निर्माण भी उपयुक्त स्थल पर नहीं किया गया है. सुनसान जगह पर यात्री शेड का निर्माण कराया गया है. जिससे यह अनुपयोगी साबित हो रहा है. मालूम हो कि पलामू जिले के भोगुडीह गांव से शंखा तक नेशनल हाइवे फोरलेन का निर्माण कार्य भारत वाणिज्य कंपनी के द्वारा कराया जा रहा है. सड़क किनारे यात्रियों के लिये यात्री शेड का निर्माण भी कंपनी को करना है. पड़वा मोड़ से बी मोड़ तक यात्री शेड अभी तक बना है. लोगों को कहना है कि फोरलेन में जिस स्थल पर शेड का निर्माण किया गया है. वह आबादी वाले क्षेत्र से बाहर है. निर्माण के कुछ दिन बाद ही शेड दरकने व टूटने लगा है. भंडार गांव किनारे बना एक यात्री शेड के ऊपर लगा सीमेंट का एल्बेस्टर भी टूट – फूट गया है. भंडार ग्राम पंचायत के लोगों का आरोप है कि सड़क की तरह ही यात्री शेड की भी गुणवत्ता निम्नस्तर की है. भंडार पंचायत के पूर्व उप मुख्य अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि कंपनी एक तरफ से सड़क बनवा रही है और दूसरी तरफ से वह टूटती जा रही है. टूटी हुई सड़क के पीच को दुबारा उखड़वा कर उसकी मरम्मत करायी जा रही है. उसी तरह शेड का निर्माण भी घटिया सामग्री से किया जा रहा है. जिसके कारण बनते ही टूटने भी लग रहा है. भाजपा नेता सुनील पांडेय ने कहा कि यात्री शेड आबादी से दूर बनवाया गया है. इसलिए इसकी गुणवत्ता से लेकर उपयोगिता तक सवालों के घेरे में आ रहा है. वहीं ग्रामीण योगेंद्र पांडेय ने भारत वाणिज्य कंपनी से निर्माण कार्य की गुणवत्ता व उपयोगिता पर ध्यान देने का आग्रह किया है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत हाइवे प्राधिकरण में करते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग भी की है.
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