छतरपुर. छतरपुर प्रखंड क्षेत्र के शिवदयालडीह (कारी माटी) गांव पिछले 20 दिनों से अंधेरे में डूबा हुआ है. गांव में लगा ट्रांसफॉर्मर खराब होने से ग्रामीण ढिबरी युग में जीने को लाचार हैं. बिजली नहीं होने के कारण बच्चों का पढ़ाई भी बाधित हो रही है. ग्रामीण बताते हैं कि गांव में लगभग 75 से अधिक बिजली के कंज्यूमर हैं. जिन पर 25 केवीए का ट्रांसफार्मर गांव में लगा हुआ है, जो 20 दिन पूर्व खराब हो गया. जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा विभाग को दी गयी. कुछ दिनों पूर्व ग्रामीणों के द्वारा निजी वाहन का खर्च उठा कर बिजली विभाग से ट्रांसफार्मर दिया गया, लेकिन ट्रांसफार्मर चालू होते ही 10 मिनट में ही खराब हो गया. विभाग द्वारा दिया गया ट्रांसफार्मर पहले से ही खराब था, जो लगते ही जल गया. बिजली नहीं रहने के कारण पानी की समस्या खड़ी हो गयी है. फिलहाल कुछ लोग मस्जिद में लगे सोलर संचालित जलमीनार से पानी लेकर घर का काम किसी तरह कर रहे हैं. सीमित मात्रा में पानी मिलने से किसी तरह काम चलाना पड़ता है. शाम होते ही गांव में अंधेरा छा जाता है और लोग घरो में दुबक जाते हैं.
कई समस्याएं खड़ी हो गयी है : सुलेमान
सुलेमान अंसारी ने कहा कि शिवदयाल डीह स्थित ट्रांसफार्मर से गरहाेनिया टांड़, पासवान टोला, मियां टोला, यादव टोला तक बिजली जाती है. अत्यधिक लोड होने की वजह से ट्रांसफार्मर खराब हो जाता है. बिजली विभाग से अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर की मांग करने के बाद भी नहीं भेजा गया. 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगते ही जल गया. बिजली नहीं होने की वजह से कई समस्याएं खड़ी हो गयी है. मनुष्यों का तो किसी तरह काम चल जा रहा है, लेकिन पालतू पशुओं के सामने पीने के पानी की समस्या खड़ी हो गयी है. जानवरों को बड़ी मुश्किल से पीने की पानी मिल पा रहा है.सब्जी सहित अन्य फसलों के पटवन की समस्या : मुस्लिम अंसारी
मुस्लिम अंसारी ने कहा कि सब्जी सहित अन्य फसलों के पटवन की भारी दिक्कत हो गयी है. मोटर नहीं चलने के कारण समय पर फसल की सिंचाई नहीं हो सकी है. जिस वजह से सारी फसल खराब हो गयी. करीब एक लाख रुपये से अधिक की सब्जी और खीरा की फसल बर्बाद हो गयी है. सूखते फसलों को बचाने के लिए जनरेटर के द्वारा पटवन कराई जा रहा है, जो काफी महंगा पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है