पांकी. प्रखंड कार्यालय में भीषण गर्मी के बावजूद पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. प्रखंड मुख्यालय में सभी विभाग के आला अफसर आते हैं, लेकिन उनकी नजर इस पर नहीं है. वे स्वयं बोतल बंद पानी साथ लाते हैं. लेकिन जनता के लिए कोई नहीं सोचता है. प्रखंड कार्यालय में अपने अलग-अलग तरह के कामों के लिए 25 पंचायतों से सैकड़ों लोग पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. किसी दुकान या होटल वाले से अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी मांगने पर उनका कोपभाजन का शिकार भी होना पड़ता है, जिनके पास पैसे होते हैं, वे बोतल बंद पानी खरीद कर पीते हैं, लेकिन जिनके पास पैसे नहीं होते उन्हें प्यासे रहना पड़ता है. प्रखंड क्षेत्र के पंचायत जनप्रतिनिधियों को भी इससे कोई मतलब नहीं है. प्रखंड कार्यालय चहारदीवारी में एक जलमीनार है. वह घटिया क्वालिटी की सामग्री लगाये जाने से वर्षों से खराब है. लोगों का आरोप है कि प्रखंड परिसर में एक आरओ प्यूरीफायर है. निम्न क्वालिटी का होने के कारण महीनों से खराब है. ऐसे में रोजाना प्रखंड व अंचल कार्यालय में विभिन्न कार्यों के लिए पहुंचने वाले सैकड़ो लोग चिलचिलाती गर्मी में एक गिलास पानी के लिए तरस जाते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है