चैनपुर. एक ओर जहां सरकार हर गांव और टोले को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना समेत विभिन्न योजनाओं के तहत पक्की सड़क निर्माण का दावा कर रही है, वहीं चैनपुर प्रखंड के पतरिया खुर्द पंचायत के पतरिया खुर्द व चेरो पतरिया गांव के लोग अब भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं. करीब 2.5 किलोमीटर की यह सड़क, जो पतरिया खुर्द को लिधकी मुख्य मार्ग से जोड़ती है, आज भी कच्ची है. लगभग 3500 की आबादी वाला यह गांव बरसात के मौसम में कीचड़ व दलदल से घिर जाता है, जिससे लोगों को चलना-फिरना तक दुश्वार हो जाता है. 30 साल पहले बना था ग्रेड टू तक का मार्ग ग्रामीणों के अनुसार, करीब 30 वर्ष पहले फूड फॉर वर्क योजना के तहत इस सड़क को ग्रेड टू स्तर तक बनाया गया था, लेकिन उसके बाद से आज तक न किसी सरकार ने सुध ली, न किसी जनप्रतिनिधि ने ध्यान दिया. ग्रामीणों में दिलीप पांडेय, जितबंधन सिंह, चंदन ठाकुर, शशि कुमार सिंह, पंकज पांडेय आदि ने बताया कि बारिश के मौसम में छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं आम हो जाती हैं. कीचड़ में फिसलकर कई लोग घायल हो चुके हैं. गांव के लोगों ने कई बार स्थानीय विधायक और सांसद को लिखित आवेदन भी दिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
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