.कोयला तस्करी में शामिल लोगों की की जा रही है पहचान : रेंजर कुजू. रामगढ़ वन विभाग ने सीसीएल कुजू रेलवे साइडिंग के पीछे स्थित वन क्षेत्र में छापेमारी कर करीब 20 से 25 मीट्रिक टन अवैध स्टीम कोयला जब्त किया. जब्त कोयले को रामगढ़ वन क्षेत्र कार्यालय में जमा कराया गया है. जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात में तस्करों ने लगभग 120 मीट्रिक टन कोयला हाइवा व ट्रकों से स्थानीय स्पंज फैक्ट्रियों तक पहुंचाया. शेष 25 मीट्रिक टन को वन क्षेत्र में छिपा कर रखा गया था. लोगों का कहना है कि मजदूरों से चोरी कराये गये कोयले को हाइवा, ट्रैक्टर और वैन से रात में फैक्ट्रियों तक पहुंचाया जाता है. बताया जाता है कि इसमें सीसीएल कुजू रेलवे साइडिंग में तैनात कुछ सुरक्षा कर्मियों की भी मिलीभगत रही है. इस मामले को लेकर कुजू रेंजर बटेश्वर पासवान ने कहा कि वन क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. कोयला तस्करी में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इस अभियान में वनरक्षी पवन अग्रवाल, कुजू वन समिति अध्यक्ष रंजीत कुमार आदि शामिल थे. बताया जा रहा है कि कोयला तस्करी में पहाड़ी, मंडल व अब्दुल की संलिप्तता है. वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि आरपीएफ के कुछ जवान स्टेशन पर ड्यूटी नहीं कर अवैध कोयला तस्करों के साथ मिल कर कोयला निकालने में लगे रहते हैं. यह जवान स्थानीय लोगों से सीसीएल साइडिंग से जलावन के लिए ले जा रहे कोयला के बदले उनसे पैसे भी मांगते हैं. पैसे नहीं देने पर मारपीट भी की जाती है. लोगों ने कहा कि आरपीएफ के कुछ जवान स्थानीय कोयला चोरों के साथ मिलकर मारपीट व वसूली कर रहे हैं.
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