गिद्दी (रामगढ़)-सीसीएलकर्मी अखिलेश कुमार अपनी बीमार वृद्ध मां संजू देवी को अरगड्डा सुभाषनगर स्थित ए-टाइप क्वार्टर में ताला जड़ कर दो दिन पहले पत्नी और बच्चों के साथ स्नान करने के लिए महाकुंभ चला गया था. जाने से पहले उसने मां को खाने के लिए सिर्फ चूड़ा दे दिया था. वह चूड़ा भी खत्म हो गया था. दो दिनों से भूखी संजू देवी रो-रो कर बंद क्वार्टर में खाने के लिए तड़प रही थी. वह भूख मिटाने के लिए घर में रखा प्लास्टिक चबाने लगी थी. उनके रोने की आवाज सुनकर पड़ोस के लोग वहां जुट गये. संजू देवी की पुत्री चांदनी भी वहां पहुंची. रामगढ़ पुलिस के आदेश पर वार्ड पार्षद प्रतिनिधि रंजीत पासवान और मोहल्ले के अन्य लोगों ने ताला तोड़ा. इसके बाद संजू देवी को क्वार्टर से बाहर निकाला गया.
उनके पैर में जख्म था, जिससे वह परेशान थीं. भूख से संजू देवी की आवाज नहीं निकल रही थी और चल भी नहीं पा रही थीं. उनकी बेटी चांदनी अपनी मां को अपने साथ कहुआबेड़ा गांव स्थित ससुराल ले गयी. वहां पहुंचने पर सबसे पहले मां को खाना खिलाया. इसके बाद जख्म में मरहम लगाया.
भाई की करतूत से बहन नाराज
अपने भाई अखिलेश के इस कदम से बहन चांदनी भी नाराज है. उसने बताया कि भूख से मां टूट गयी. वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही है. उसने कहा कि वह मां का इलाज कराएगी.
बुजुर्ग हैं, इसलिए नहीं ले गया महाकुंभ-अखिलेश कुमार
संजू देवी के पुत्र अखिलेश कुमार ने मोबाइल पर जानकारी दी कि सोमवार को पत्नी और बच्चों के साथ महाकुंभ के लिए निकला था. मां को खाना भी दे दिया गया था. वह वृद्ध हैं. इसलिए उन्हें वह अपने साथ महाकुंभ नहीं ले गया था. अखिलेश कुमार सिरका परियोजना में शॉवेल ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है. उसे अनुकंपा पर नौकरी मिली है.
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