गिद्दी(हजारीबाग). मिश्राइनमोढ़ा पंचायत के केंदिया टोला में चार वर्ष पहले सीएसआर से लगभग पांच लाख की लागत से डीप बोरिंग करायी गयी है. लोगों को इससे एक दिन भी पानी नसीब नहीं हुआ है. अरगड्डा क्षेत्र के अधिकारियों ने इसका आज तक सुध नहीं लिया है. डीप बोरिंग बेकार पड़ी है. अरगड्डा क्षेत्र में सीएसआर के पैसे का उपयोग किस रूप से हो रहा है, यह बानगी है. केंदिया टोला में इन दिनों पानी के लिए हाहाकार मचा है. लोग दूर-दराज से पीने के लिए पानी लाते हैं. टोला के लोग इस बात से भयभीत है कि गरमी के दिनों में पानी की समस्या और बढ़ सकती है. इसके लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग व प्रखंड प्रशासन भी गंभीर नहीं है. मिश्राइनमोढ़ा पंचायत के अंतर्गत आता है केंदिया टोला. यहां पर सिर्फ आदिवासी लोग रहते हैं. टोला में 22-25 घर आदिवासियों का है. टोला में तीन कुआं है, वह अब सूख गया है. टोला के लोग कुरकुट्टा से पानी लाते हैं. नहाना-धोना उनका कुरकुट्टा के क्वायरी में ही होता है. वर्ष 2019-20 में सीसीएल सीएसआर से केंदिया टोला में डीप बोरिंग करायी गयी है. ग्रामीण बताते हैं कि डीप बोरिंग संचालित करने के लिए तीन फेज बिजली की जरूरत है, लेकिन यहां दो ही फेज मुश्किल से बिजली मिलती है. इसके कारण यह डीप बोरिंग वर्षों से बेकार है. डीप अधिकारियों ने डीप बोरिंग का जायजा तक नहीं लिया है : अरगड्डा क्षेत्र के अधिकारियों ने आज तक डीप बोरिंग का जायजा तक नहीं लिया है. टोला में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने सोलर आधारित लघु जलमीनार का निर्माण कराया है. दो वर्ष पहले आंधी में सोलर ध्वस्त हो गया है. इसके बाद से यह लघु जलमीनार बेकार पड़ी है. इसकी शिकायत विभाग से कई बार की गयी है, लेकिन विभाग उदासीन है. गांव की महिला अनिता देवी व समरी ने कहा कि पानी की यहां बड़ी समस्या है. हमलोगों को दूर -दराज से पानी लाना पड़ता है. मुखिया दासो मरांडी ने कहा कि टोला में पानी की समस्या है. प्रबंधन से एनओसी मिलेगा, तो यहां पर पानी के लिए वैकल्पिक कदम उठायेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है