चाव से खाये थे भात व साग फोटो 4गिद्दी-शिबू सोरेन का फाइल फोटो लगा देगे गिद्दी. 16 वर्ष पहले डाड़ी प्रखंड की स्थापना हुई थी. इसका उदघाटन पूर्व मुख्यमंत्री सह दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने किया था. जब झारखंड के मुख्यमंत्री शिबू सोरेन थे, उसी दौरान 18 नवंबर 2008 को डाड़ी प्रखंड का गठन किया गया था. यह सच्चाई है कि दिशोम गुरू शिबू सोरेन के कारण ही चुरचू प्रखंड से अलग होकर डाड़ी प्रखंड बना था. डाड़ी प्रखंड के लोगों ने यह बातें आज तक नहीं भूली है. उदघाटन समारोह के दौरान बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे. दिशोम गुरू शिबू सोरेन निर्धारित समय से कुछ देर से हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे थे. यहां पर खाने के लिए कई व्यंजन की व्यवस्था की गयी थी, लेकिन दिशोम गुरु शिबू सोरेन बड़े चाव से भात व साग खाये थे. 18 नवंबर की तारीख डाड़ी प्रखंड के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है. उदघाटन के पश्चात एक सभा हुई थी. जिसमें दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने कहा था कि झारखंड तभी मजबूत होगा, जब हर गांव जागरूक व आत्मनिर्भर होगा. डाड़ी प्रखंड इसका उदाहरण बनेगा. नेमरा पहुंचे मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू व योगेंद्र प्रसाद रामगढ़. झारखंड सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू व मंत्री योगेंद्र प्रसाद मुख्यमंत्री के निजी वरिष्ठ सचिव सुनील श्रीवास्तव नेमरा गांव पहुंचे. शिबू सोरेन के पैतृक आवास नेमरा में आधे घंटे तक रुके. जिला प्रशासन के अधिकारियों से अंतिम संस्कार कार्यक्रम व्यवस्था की जानकारी ली व व्यवस्था का निरीक्षण किया. देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है : ममता देवी रामगढ़. झारखंड आंदोलन के प्रणेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर रामगढ़ की विधायक ममता देवी ने गहरा शोक व्यक्त किया है. विधायक ममता देवी ने कहा दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. यह सिर्फ झारखंड के लिए नहीं, बल्कि पूरे आदिवासी समाज व देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. मैं व्यक्तिगत रूप से उन्हें एक मार्गदर्शक, एक प्रेरणा और एक अभिभावक के रूप में देखती रही हूं. उनका आशीर्वाद और उनकी विचारधारा सदैव हमारे पथ को आलोकित करती रहेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है