….पानी टंकी के पास रह रहे लोगों में दहशत केदला. सीसीएल की लइयो भूगर्भ परियोजना ने लइयो नौ नंबर के पास पानी टंकी बनायी थी. पानी टंकी बनने से ग्रामीणों सहित सीसीएल कर्मी में हर्ष था. पानी टंकी करीब 40 साल पुरानी है. परियोजना भी बंद हो गयी. इसके बाद परियोजना की देखरेख झारखंड उत्खनन परियोजना के प्रबंधन के हाथों में चली गयी. ग्रामीणों का कहना है कि पानी टंकी मरम्मत की आस में आखिरी सांस ले रही है. मरम्मत होने पर यह पानी टंकी बेहतर हो जायेगी. पानी टंकी घटना काे आमंत्रण दे रही है. कभी भी पानी टंकी से लइयो में हादसा हो सकता है. पानी टंकी के पास बने मकान और दुकान के लोग जान -जोखिम में डाल कर रह रहे हैं. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि तेज हवा चलने पर पानी टंकी हिलने लगती है. कोयलांचल में हो रही बारिश के कारण ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गयी है. पानी टंकी कभी भी गिर सकती है. इसकी जानकारी प्रबंधन को है, लेकिन कोई पहल नहीं की जा रही है. लइयो उत्तरी पंचायत के मुखिया मदन महतो ने कहा कि झारखंड परियोजना के पीओ से पानी टंकी मरम्मत कराने के संबंध में बात की जायेगी. प्रबंधन ने झारखंड पंद्रह नंबर की जर्जर पानी टंकी की मरम्मत करायी है. अब वहां के लोग टंकी के पानी का उपयोग कर रहे हैं. इसी तरह इस टंकी की मरम्मत कराने की मांग की जायेगी. ::मामले को गंभीरता से लिया जायेगा : पीओ : पीओ मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जायेगा. इसकी जांच के लिए अधिकारी को कहा गया है. लोगों के हित में काम किया जायेगा.
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