::::सीसीएल प्रबंधन ने कराया था सड़क का निर्माण
23 गिद्दी 3. जर्जर सड़क .गिद्दी. गिद्दी-नयामोड़ सड़क कई वर्षों से जर्जर है. इससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है. मांडू विधायक निर्मल महतो विधानसभा में इसकी आवाज उठा चुके हैं. पथ निर्माण विभाग का कहना है कि सड़क निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार किया जा रहा है. सर्वे का कार्य हो चुका है. इसके बाद भी सीसीएल प्रबंधन व पथ निर्माण विभाग के बीच अभी भी बात उलझी हुई है. पथ निर्माण विभाग सीसीएल प्रबंधन को दो-तीन पत्र भेज चुका है, लेकिन प्रबंधन इसका जवाब नहीं दे रहा है. जानकारी के अनुसार, 90 के दशक में सीसीएल प्रबंधन ने लगभग एक करोड़ की लागत से गिद्दी-नयामोड़ का निर्माण कराया था. निर्माण के बाद कभी भी सड़क की मरम्मत नहीं हुई है. यह सड़क जर्जर हो गयी है. सड़क पर दर्जनों बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. सड़क निर्माण के लिए आंदोलन भी हुआ. कोल इंडिया व सीसीएल प्रबंधन को भी इससे अवगत कराया गया है. पथ निर्माण विभाग ने सीसीएल प्रबंधन से पिछले वर्ष इस सड़क के लिए एनओसी मांगा था, वह दे दिया गया है. विभाग का कहना है कि यह सड़क सीसीएल की है. निर्माण कराने की जिम्मेवारी उनकी है. पथ निर्माण विभाग सीसीएल प्रबंधन को दो-तीन पत्र भेजा गया है, लेकिन प्रबंधन जवाब नहीं दे रहा है. जानकार सूत्रों का कहना है कि सीसीएल के अधीन पहले जो भी सड़कें रहती थीं, उसे माइंस बोर्ड बनाता था. वर्ष 2010-11 के आस-पास माइंस बोर्ड का अस्तित्व खत्म हो गया. सड़क निर्माण की राशि को लेकर पथ निर्माण विभाग व सीसीएल प्रबंधन के बीच बात उलझी हुई है.
डीपीआर तैयार किया जा रहा है :
रामगढ़ पथ प्रमंडल के वरीय पदाधिकारी ने कहा कि इसका सर्वे का कार्य हो गया है. फिलहाल डीपीआर तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन को दो-तीन पत्र दिया गया है, लेकिन जवाब अभी तक नहीं मिला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है