उरीमारी. सयाल डी परियोजना में जमीन के बदले नौकरी की मांग को लेकर साैंदा बस्ती निवासी नारायण तेली के वंशजों ने मंगलवार की सुबह कोलियरी में झंडा गाड़ने के बाद कामकाज ठप करा दिया. वंशज अपनी जमीन के बदले नौकरी व मुआवजे की मांग कर रहे थे. बताया कि खाता 38 व 73 की 30 एकड़ जमीन उक्त परियोजना में गयी है. प्रबंधन से पूर्व में मामले को लेकर वार्ता हुई थी, लेकिन इस पर प्रबंधन ने पहल नहीं की. आंदोलन के बाद प्रबंधन ने वंशजों को बताया कि मामले को रांची हेडक्वार्टर भेजा गया है, जहां से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. इधर, प्रबंधन ने एक सप्ताह का समय वंशजों से मांगा है. वंशजों ने कहा कि यदि जमीन के बदले नौकरी व मुआवजा नहीं मिला, तो परियोजना चलने नहीं दी जायेगी. आंदोलन के कारण चार घंटे तक कामकाज ठप रहा. आंदोलन में विनोद साव, दशरथ साव, पवन कुमार, अशोक साव, लाला साव, रामप्रवेश साव, अंकित कुमार, रामसेतु कुमार, वासुदेव साव, नंदलाल कुमार, संजय साव, प्रमोद साव, विजय कुमार, जटल साव, बिट्टू साव, चतुर्भुज साव, अनुज कुमार, कैलाश साव, गीता देवी, मुन्नी देवी, सरिता देवी, उपासो देवी, मंजु देवी, सुनीता देवी, सावित्री देवी, आरती देवी शामिल थे.
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