मेडिकल साइंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने एक नई क्रांति ला दी है. मैक्सिको के ग्वाडलजारा शहर में 40 वर्षीय महिला ने AI तकनीक की सहायता से एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया, जो प्रजनन चिकित्सा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है.
ICSI तकनीक और AI का अनोखा कॉम्बिनेशन
इस सफलता के पीछे Conceivable Life Sciences की टीम का योगदान है, जिन्होंने ICSI (Intracytoplasmic Sperm Injection) प्रक्रिया को AI की मदद से और भी सटीक और असरदार बनाया. इस तकनीक में AI ने न केवल सबसे बेहतर शुक्राणु को चुना, बल्कि रोबोटिक सिस्टम के जरिए उसे अंडाणु में इम्प्लांट भी किया.
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AI ने कैसे निभाई अहम भूमिका?
- सटीक स्पर्म सिलेक्शन: हजारों शुक्राणुओं में से सबसे सक्रिय और स्वस्थ स्पर्म को AI एल्गोरिदम ने चुना.
- तेजी और सटीकता: AI-नियंत्रित रोबोट ने केवल 9 मिनट 56 सेकंड में निषेचन की प्रक्रिया पूरी की, जिसमें मानवीय हस्तक्षेप न के बराबर रहा.
उम्रदराज महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण
जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, उनकी फर्टिलिटी कम होती जाती है. ऐसे में AI-सक्षम ICSI तकनीक उन दंपत्तियों के लिए उम्मीद बन सकती है जो लंबे समय से संतान प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं.
AI से लागत में कमी और सफलता दर में इजाफा
AI से सटीकता बढ़ी है, जिससे प्रक्रिया की लागत कम होने की संभावना है. साथ ही, सफलता की दर भी अब पहले से अधिक देखने को मिल रही है.
भविष्य में AI क्या-क्या कर सकता है?
- बांझपन के कारणों की बेहतर पहचान
- भ्रूण चयन में सटीकता
- गर्भाशय की ग्रोथ पर नजर
- समयपूर्व शिशु की देखरेख में स्मार्ट AI-सपोर्टेड सिस्टम
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