Free WiFi: भारत में पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ बढ़ रही है साइबर हमले की आशंका. घर के बाहर फ्री और फास्ट इंटरनेट पाने की कोशिश में लोग अनजाने में हैकर्स के जाल में फंस रहे हैं.
CERT-In की वार्निंग न करें इग्नोर
इसी खतरे को देखते हुए भारत सरकार की इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय की संस्था CERT-In ने चेतावनी दी है. एक आधिकारिक पोस्ट में उन्होंने पब्लिक वाई-फाई का सुरक्षित इस्तेमाल करने के लिए जरूरी सुझाव दिये हैं. आप भी जानिए:
नेटवर्क कनेक्ट करने से पहले उसकी वैधता की पुष्टि करें
बैंकिंग या ऑनलाइन शॉपिंग कभी न करें
केवल https:// वाली साइट्स का ही इस्तेमाल करें
यूज के बाद वाई-फाई तुरंत डिस्कनेक्ट करें
डिवाइस और एंटीवायरस को अपडेट रखें.
इन आसान सुझावों को अपनाकर वाई-फाई के जरिये होनेवाले डेटा चोरी और डिजिटल धोखाधड़ी से आप बच सकते हैं.
वाई-फाई के बारे में खास बातें जानें (Lesser Knowm Facts on Wifi)
वाईफाई का फुल फॉर्म वायरलेस फिडेलिटी (WiFi Full Form Wireless Fidelity) होता है. यह एक वायरलेस टेक्नोलॉजी है, जिससे मोबाइल, लैपटॉप, टीवी आदि को इंटरनेट से बिना तार जोड़ा जाता है. वाईफाई अलाएंस (Wi-Fi Alliance) ने 1999 में इसे IEEE 802.11 स्टैंडर्ड पर आधारित नाम दिया.
Free WiFi: वाईफाई पासवर्ड शेयर करने के खतरे क्या हैं? (WiFi Sharing Risk)
इंटरनेट स्लो : अधिक डिवाइस से स्पीड कम हो जाती है
नेटवर्क हैकिंग : कोई भी कनेक्टेड यूजर आपके डिवाइस तक पहुंच सकता है
डेटा चोरी : आपकी निजी और बैंकिंग जानकारी लीक हो सकती है
कानूनी जिम्मेदारी : कोई अवैध कार्य आपके नेटवर्क से होगा तो आप उत्तरदायी होंगे.
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वाईफाई को सुरक्षित रखने के सिंपल टिप्स (WiFi Safety Tips)
मजबूत पासवर्ड बनाएं : एक ऐसा पासवर्ड रखें जो अनुमान लगाना मुश्किल हो. इसमें कम से कम 12 अक्षर हों, जिनमें बड़ेअक्षर (A-Z), छोटे अक्षर (a-z), नंबर (0-9) और स्पेशल कैरेक्टर्स (@, #, $, आदि) शामिल हों.जैसे: R@nch1_SafeWiFi#2025
SSID छिपाएं (WiFi नाम को हाइड करें) : आपका WiFi जब तक सभी को दिखेगा, तब तक कोई भी कनेक्ट करने की कोशिश कर सकता है.SSID ब्रॉडकास्ट बंद करने से नेटवर्क नाम दूसरों को दिखेगा ही नहीं, जिससे सुरक्षा एक स्तर ऊपर चली जाती है.
MAC एड्रेस फिल्टरिंग चालू करें : हर डिवाइस का एक यूनिक MAC एड्रेस होता है. इस फीचर को ऑन करके आप केवल चुने हुए डिवाइस को ही अपने नेटवर्क से जुड़ने की अनुमति देते हैं. बाकी डिवाइसेस कनेक्ट नहीं हो पाएंगे, चाहे पासवर्ड पता हो फिर भी.
गेस्ट नेटवर्क अलग रखें : अगर कोई मेहमान WiFi मांगता है, तो उसे मुख्य नेटवर्क से नहीं जोड़ना चाहिए. राउटर में “Guest Network” का विकल्प होता है, जिससे आप अलग नेटवर्क बना सकते हैं. इससे आपकी पर्सनल डिवाइसेस और डेटा सुरक्षित रहते हैं.
अगर आप किसी साइबर अपराध का शिकार होते हैं, तो तुरंत CERT-In को [email protected] पर ईमेल करें या 1930 पर कॉल करें.
Stay safe. Stay alert. हर बार फ्री WiFi दिखे, तो थोड़ी सावधानी जरूरी है.
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