WATCH Urine Eye Wash Viral Trend: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पुणे की एक महिला खुद को ‘होलिस्टिक हेल्थ कोच’ बताते हुए अपनी आंखों में सुबह की यूरीन डालती नजर आ रही है. इस ‘प्राकृतिकइलाज’ के दावे ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है, वहीं डॉक्टरों ने इसे ‘खतरनाक और गैर-वैज्ञानिक’ बताया है.
पुणे की नुपुर पिट्टी नामक महिला ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह ‘यूरीन आई वॉश’ को प्राकृतिक चिकित्सा बताते हुए अपनी आंखों में पेशाब डालती हैं. उनका दावा है कि इससे आंखों की जलन, सूखापन और लालिमा में राहत मिलती है.
‘डरावना और अवैज्ञानिक’ ट्रेंड
हालांकि, यह वीडियो वायरल होते ही चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. प्रसिद्ध हेपेटोलॉजिस्ट डॉ सायरियक एबी फिलिप्स (TheLiverDoc) ने इस ट्रेंड को ‘डरावना और अवैज्ञानिक’ बताया. उन्होंने कहा, “पेशाब स्टरल नहीं होता, इसे आंखों में डालना संक्रमण और दृष्टि हानि का कारण बन सकता है.”
डॉ जैसन फिलिप, यूरोलॉजिस्ट, ने भी चेतावनी दी कि पेशाब का pH अम्लीय होता है जबकि आंखों के लिए सुरक्षित घोल क्षारीय होता है. उन्होंने कहा, “ऐसे घरेलू नुस्खों से दूर रहें और आंखों की देखभाल के लिए प्रमाणित उपाय ही अपनाएं.”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. कई यूजर्स ने इसे ‘गंभीर गलत जानकारी फैलाने वाला’ बताया और इंस्टाग्राम से ऐसे कंटेंट को हटाने की मांग की.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर दिखाए जा रहे ऐसे ‘प्राकृतिकइलाज’ को आंख मूंदकर न अपनाएं और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए प्रमाणित डॉक्टर से सलाह लें.
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