Admission Alert 2025 : एशिया और प्रशांत क्षेत्र के विकासशील देशों के लिए जनसंख्या अध्ययन, प्रशिक्षण तथा शोध के प्रमुख संस्थान के रूप में स्थापित मुंबई स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पापुलेशन साइंसेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) में विभिन्न मास्टर कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है. आपके पास अगर सीयूईटी पीजी -2025 का स्कोर है, तो आपके पास बेहतरीन मौका है पापुलेशन स्टडीज एवं इससे संबंधित बेहतरीन संभावनाओं से भरे विषयों के मास्टर कोर्स में प्रवेश का.
कोर्स, जिनमें ले सकते हैं प्रवेश
मास्टर ऑफ आर्ट्स/ साइंस इन पापुलेशन स्टडीज (एम/ एमएससी) : यह दो वर्षीय कोर्स है, जिसकी भारत सरकार से मिलनेवाली फेलोशिप के साथ 35 सीटें हैं .
योग्यता : प्रवेश के लिए मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 55 प्रतिशत अंकों के साथ बैचलर डिग्री आवश्यक है. अभ्यर्थी की आयु 30 जून, 2025 को 25 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए. इस प्रोग्राम में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) पोस्टग्रेजुएट (पीजी) परीक्षा टेस्ट पेपर कोड- COQP11 का स्कोर होना चाहिए.
मास्टर ऑफ साइंस इन बायो-स्टेटिस्टिक्स एंड डेमोग्राफी : इस दो वर्षीय मास्टर प्रोग्राम की भी 35 सीटें हैं, जिसमें छात्र भारत सरकार की फेलोशिप प्राप्त कर सकते हैं.
योग्यता : न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ मैथमेटिक्स या स्टेटिस्टिक्स या हेल्थ स्टेस्टिस्टिक्स या बायोस्टेटिस्टिक्स के साथ बैचलर डिग्री होनी चाहिए. इस कोर्स में प्रवेश के लिए सीयूईटी पीजी 2025 के टेस्ट पेपर कोड- SCQP27 आवश्यक है.
मास्टर ऑफ साइंस इन सर्वे रिसर्च एवं डेटा एनालिटिक्स : यह दो वर्षीय मास्टर प्रोग्राम है, जिसकी 40 सीटें हैं गवर्नमेंट ऑफ इंडिया फेलोशिप के साथ. मैथमेटिक्स या स्टेटिस्टिक्स या हेल्थ स्टेटिस्टक्स में से किसी दो विषयों के साथ न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों मं बैचलर डिग्री के साथ सीयूईटी टेस्ट पेपर कोड- SCQP27 प्रवेश के लिए जरूरी है.
ऐसे करें आवेदन
कोर्स के अनुसार जरूरी योग्यता और सीयूईटी पीजी का स्कोर रखने वाले अभ्यर्थी संस्थान की वेबसाइट https://www.iipsindia.ac.in/ से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 जून है. कोर्स से संबंधित अन्य विस्तृत जानकारी भी संस्थान की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं.
करियर बनाने के मौके हैं यहां
पापुलेशन स्टडीज एवं इससे संबंधित विषयों में उच्च शिक्षा हासिल करनेवाले सरकारी एजेंसियों, गैर-सरकारी संगठनों, विश्वविद्यालयों, विभिन्न व्यवसायों के लिए शोध का काम कर सकते हैं. सरकार को एक निश्चित आबादी के भीतर जनसंख्या से जुड़े विषयों, जैसे आय, शिक्षा, रोजगार आदि के अध्ययन, विश्लेषण और अनुसंधान के लिए पापुलेशन स्टडीज के विशेषज्ञों की जरूरत होती है. जनसंख्या के रुझान और जनसांख्यिकीय जानकारी में रुचि रखनेवाले निजी संगठन भी विश्लेषण, विकास और प्रशासन की स्थिति के लिए पॉपुलेशन स्टडीज विशेषज्ञों को हायर करते हैं. आप इस क्षेत्र में रिसर्च साइंटिस्ट, पब्लिक अफेयर्स ऑफिसर, मार्केट रिस्क एनालिस्ट, इकोनॉमिस्ट आदि के तौर पर आगे बढ़ सकते हैं.
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