Banasthali Vidyapeeth in Hindi: राजस्थान के टोंक जिले में स्थित वनस्थली विद्यापीठ देश की प्रमुख महिला विश्वविद्यालयों में से एक है. यह संस्थान केवल लड़कियों के लिए समर्पित है, जहां शिक्षा के साथ उन्हें आत्मनिर्भर और संस्कारी बनाने पर विशेष जोर दिया जाता है. यहां कक्षा 6वीं से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई होती है. खास बात यह है कि यह एक पूर्णत: आवासीय विश्वविद्यालय है, जहां छात्राओं के रहने, खाने और पढ़ाई की समुचित व्यवस्था होती है.
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन संभव
12वीं पास करने के बाद छात्राएं वनस्थली विद्यापीठ के विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकती हैं. हर साल अप्रैल से मई के बीच आवेदन की प्रक्रिया चलती है. छात्राएं www.banasthali.org वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन फॉर्म भर सकती हैं या ऑफलाइन फॉर्म भी भेज सकती हैं. अधिकांश कोर्सों में मेरिट बेस पर दाखिला होता है, हालांकि B.Tech, MBA, B.Ed जैसे कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा भी ली जाती है.
Banasthali Vidyapeeth: कौन-कौन से कोर्स कराए जाते हैं?
वनस्थली विद्यापीठ में छात्राओं को विज्ञान, वाणिज्य, कला, प्रबंधन, कंप्यूटर, डिजाइन, शिक्षा और संचार सहित कई क्षेत्रों में शिक्षा दी जाती है. यहां UG से लेकर PG तक की पढ़ाई होती है.
प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं:
- स्नातक: B.A., B.Sc., B.Com., B.Tech., BBA, BCA, B.Des., B.Ed.
- परास्नातक: M.A., M.Sc., M.Com., M.Tech., MBA, MCA
- विशेष कोर्स: म्यूजिक, डांस, योग, पत्रकारिता, संस्कृत, फैशन डिजाइनिंग
फीस और छात्रवृत्ति की पूरी व्यवस्था
यहां फीस कोर्स के अनुसार तय की जाती है. सामान्य स्नातक कोर्स की फीस 65,000 से 75,000 के बीच होती है, जबकि B.Tech जैसे कोर्स की सालाना फीस 1.3 लाख के आसपास होती है. हॉस्टल और मेस की सालाना फीस लगभग 60,000 है.
वनस्थली विद्यापीठ में जरूरतमंद, मेधावी और खेल में उत्कृष्ट छात्राओं को स्कॉलरशिप भी दी जाती है. छात्रवृत्ति मेरिट और आर्थिक स्थिति के आधार पर दी जाती है.
पढ़ाई के साथ-साथ मिलती है पंचमुखी शिक्षा
वनस्थली विद्यापीठ केवल शैक्षणिक ज्ञान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां छात्राओं के सर्वांगीण विकास पर भी विशेष जोर दिया जाता है. यहां ‘पंचमुखी शिक्षा’ मॉडल को अपनाया गया है, जिसमें शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मिक और सामाजिक विकास शामिल है. इस मॉडल के तहत छात्राएं जीवन के हर पहलू में मजबूत बनती हैं.
मुख्य गतिविधियों से होता है समग्र विकास
यहां खेल, कला, कौशल विकास और संस्कार को शिक्षा का अभिन्न हिस्सा माना जाता है. छात्राएं हॉर्स राइडिंग, तीरंदाजी, शूटिंग और योग जैसी गतिविधियों में भाग लेती हैं. वहीं संगीत, चित्रकला और नृत्य जैसी कलाओं से उनकी सृजनात्मकता बढ़ती है. कंप्यूटर, भाषा और प्रस्तुति कला के माध्यम से उन्हें आधुनिक कौशल भी सिखाए जाते हैं. ध्यान, सामूहिक प्रार्थना और अनुशासन के जरिये उनमें अच्छे संस्कार विकसित किए जाते हैं.
वनस्थली की बेटियां देश-विदेश में बना रही पहचान
वनस्थली विद्यापीठ की छात्राएं आज देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी पहचान बना रही हैं. कोई DRDO में वैज्ञानिक है, कोई UPSC परीक्षा पास कर प्रशासनिक सेवाओं में कार्यरत है. कुछ छात्राएं अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में शोध कार्य कर रही हैं, तो कुछ ने सफल स्टार्टअप खड़ा किया है. बनस्थली उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मजबूत मंच देता है.
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