आकाशीय बिजली होने पर पैर के बल जमीन पर बैठ जायें और स्वयं को बचायें बरियारपुर
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बुधवार को अंचल परिसर, बरियारपुर में एसडीआरएफ की टीम द्वारा बाढ़ एवं आपदा से बचाव हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण सह मॉक ड्रिल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण में एसआइ कृष्णा कुमार ने गहरे पानी में डूबने से होने वाली मौत एवं ठनका से बचाव के प्रति जागरूक किया.सीओ रवीना गुप्ता ने कहा कि आपदा एक ऐसी चीज है जो बता कर नहीं आती है. इसके लिए हम पूर्व से ही तैयार रहना होगा. एसआई कृष्णा कुमार ने कहा कि बरियारपुर का पूरा क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित है. जिसे देखते हुए सभी लोग बाढ के पूर्व अपने कीमती सामानों को सुरक्षित कर लें और तीन-चार दिनों का सूखा राशन का भी व्यवस्था करें. बच्चों के लिए दूध का पाउडर एवं जरूरी दवाई साथ रखें. पालतू पशु का रस्सी खोल कर रखें. जैसे ही बाढ़ से घिरने लगे तो ऊंचे व सुरक्षित स्थान पर शरण लें. क्योंकि अचानक बाढ़ आने से जब कोई तटबंध टूट जाता है तो पानी में बढोतरी हो जाती है. ऐसे में कोई व्यक्ति गहरे पानी में फंस जाए तो एक खाली बोतल उसकी जान बचा सकती है. इसके लिए 2 लीटर, 1 लीटर या 5 लीटर के खाली बोतल को जरूरत के हिसाब नारियल की रस्सी में बांध कर रखें और गहरे पानी को पार करते समय उस बोतल को अपने शरीर में बांध लें.
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