मुंगेर व्यवहार न्यायालय में दो साल के बाद फिर शुरू हुआ स्थायी लोक अदालत
मुंगेर. मुकदमा से परेशान लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. व्यवहार न्यायालय परिसर में दो साल के बाद बुधवार से फिर से स्थायी लोक अदालत शुरू हो गया है. अध्यक्ष हसमुद्दीन अंसारी ने बताया कि स्थायी लोक अदालत में समुदाय हित के सभी मामले जैसे परिवहन सेवाएं, डाक टेलीग्राफ, टेलिफोन सेवाएं किसी भी प्रतिष्ठान द्वारा जनता को बिजली, प्रकाश या पानी के आपूर्ति सेवाएं, लोक वातावरण संरक्षण एवं सफाई तंत्र, अस्पताल सेवाएं, बीमा सेवाएं संबंधित मामलों की सुनवाई होगी. लोक अदालत में परस्पर वार्ता के आधार पर मामलों का तुरंत निस्तारण किया जाता है. लोक अदालत द्वारा पारित एवार्ड को सिविल कोर्ट की डिग्री की तरह कानूनी मान्यता है. अगर कोई न्याय शुल्क दिया गया हो तो निस्तारण के उपरांत उसे वापस कर दिया जाता है. लोगों से अपील की है के वे अपने सुलहनीय वादों के निबटारा के लिए स्थायी लोक अदालत के समक्ष रखें. स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष हसमुद्दीन अंसारी, न्यायिक सदस्य पुष्पांजली कुमारी, सामाजिक सदस्य मृगांक रंजन की टीम सुलहनीय वादों को जल्द से जल्द निष्पादन का कार्य करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है