मुंगेर.
मानसून प्रवेश के साथ मुंगेर का मौसम पूरी तरह बदल चुका है. वहीं मानसून के साथ लगभग एक माह से हो रही बारिश ने जिले में दस्त व डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ा दी है. सदर अस्पताल में जुलाई माह में जहां दस्त व डायरिया के कुल 291 मरीज इलाज के लिये पहुंचे हैं. वहीं पिछले तीन माह में अस्पताल में दस्त व डायरिया के कुल 821 मरीज आ चुके हैं. इतना ही नहीं अगस्त माह के केवल तीन दिनों में ही अस्पताल में दस्त व डायरिया के 28 मरीज इलाज के लिये आ चुके हैं. वैसे तो दस्त व डायरिया के सर्वाधिक मामले गर्मी आरंभ होने के साथ ही बढ़ जाता है. बारिश के मौसम तक इसकी संभावना अधिक बनी रहती है. ऐसे में पिछले तीन माह में सदर अस्पताल में लगातार दस्त व डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. चिकित्सक डा. रमन कुमार ने बताया कि गर्मी में डिइाइड्रेशन अर्थात शरीर में पानी की कमी से दस्त व डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं. जबकि बारिश के दौरान गंदगी और दूषित भोजन करने से भी दस्त व डायरिया के मामले बढ़ते हैं. ऐसे में जरूरी है कि गर्मी से अधिक बारिश के मौसम में लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें. उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में बासी भोजन बिल्कुन न करें. बारिश के दिनों में ही सबसे अधिक वैक्टेरिया होते हैं. जो खाने को दूषित करते हैं. इसके अतिरिक्त इन वैक्टेरिया के कारण पानी भी दूषित होता है, इसलिये बारिश के दिनों में पानी को हल्का गर्म कर या उसे साफ कर ही पियें.तीन माह में आये दस्त व डायरिया के 821 मरीज
सदर अस्पताल में पिछले तीन माह में दस्त व डायरिया के कुल 821 मरीज इलाज के लिये आ चुके हैं. इसमें जहां मई माह में अस्पताल में दस्त व डायरिया के कुल 254 मरीज आये. वहीं जून माह में दस्त व डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़कर 276 हो गयी. जबकि जुलाई माह में मानसून प्रवेश के साथ दस्त व डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़कर 291 हो गयी.
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