अस्पताल में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम को दुरूस्त करने की तैयारी़, मरीजों को लंबी लाइन से मिलेगी राहत
मुंगेर. मुंगेर सदर अस्पताल में वैसे तो साल 2018 में ही ओपीडी में इलाज कराने आने वाले मरीजों को लंबी लाइन से राहत दिलाने के लिये क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की शुरूआत की गयी थी, जो तकनीकी कारणों से थोड़े ही दिन में बंद हो गयी. इस बीच अब सदर अस्पताल में 32.5 करोड़ की लागत से बने मॉडल अस्पताल के अत्याधुनिक ओपीडी भवन में अस्पताल प्रबंधन द्वारा ओपीडी सेवा आरंभ कर दी गयी है. जहां दोबारा मरीजों को क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की सुविधा मिलेगी. इससे मरीजों को लंबी लाइनों में घंटों खड़े रहने से छुटकारा मिल जायेगा. हालांकि, अस्पतालों में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम को सुदृढ़ करने के लिये राज्य स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है.सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों को लंबी लाइनों में घंटों खड़े रहने से छुटकारा दिलाने के लिये अस्पताल प्रबंधन द्वारा वर्ष 2018 में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम लगाया गया था. जिसमें पर्ची का नंबर चिकित्सक कक्ष के बाहर डिस्प्ले पर दिखने के बाद मरीज चिकित्सक के पास जाकर अपना इलाज थे. इसके लिये चिकित्सक कक्ष के बाहर लगे डिस्प्ले बोर्ड को पर्ची काउंटर से जोड़ा गया था. हालांकि, क्यू मैनेजमेंट सिस्टम दो माह तक चला भी, लेकिन बाद में कई तकनीकी कमियों के कारण बाद में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम बंद हो गया.
मॉडल अस्पताल के ओपीडी में लगाया गया है नया डिस्प्ले
मॉडल अस्पताल में बने ओपीडी भवन में मरीजों के लिये ओपीडी सेवा आरंभ कर दी गयी है. वहीं मॉडल अस्पताल के ओपीडी में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम को लेकर नया डिस्प्ले बोर्ड भी चिकित्सक कक्ष के बाहर लगा दिया गया है. हालांकि, अब सदर अस्पताल में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भव्या एप के माध्यम से पूरी तरह ऑनलाइन हो चुका है. जिसमें मरीजों को पर्ची की जगह एक टोकन नंबर दिया जाता है. जिसे मरीज लेकर चिकित्सक के पास जाते हैं. ऐसे में अब सदर अस्पताल के ओपीडी में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की तकनीकी परेशानी कम होगी, क्योंकि चिकित्सक सीधे अपने कंप्यूटर से मरीजों का टोकन नंबर डिस्प्ले पर प्रदर्शित कर सकते हैं.
कहते हैं प्रभारी सिविल सर्जन
प्रभारी सिविल सर्जन डाॅ ध्रुव कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल के ओपीडी में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम पहले से ही लागू है. हालांकि, तकनीकी परेशानी के कारण इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था. विभाग द्वारा दोबारा क्यू मैनेजमेंट सिस्टम को दुरूस्त किया जा रहा है. जिससे मरीजों को लंबी लाइनों की परेशानी से मुक्ति मिलेगी.
————————–क्या है क्यू मैनेजमेंट सिस्टम
मुंगेर. सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में आनेवाले मरीजों की भीड़ को नियंत्रित करने को लेकर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम को विकसित किया गया है. मरीजों को भीड़ से बचाने के लिए इस व्यवस्था के तहत टोकन डिस्प्ले डिवाइस (इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस) और पब्लिक एड्रेस सिस्टम (माइक) लगाया जाता है. इस व्यवस्था के तहत ओपीडी पंजीकरण काउंटर पर मरीजों को टोकन नंबर दिया जायेगा. इसमें संबंधित चिकित्सक का नाम अंकित रहेगा. टोकन मिलने के बाद मरीज को अपनी बारी का इंतजार करना होगा. नर्सिंग डेस्क और ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन काउंटर पर भी टोकन नंबर और संबंधित जानकारी इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले डिवाइस पर प्रदर्शित की जायेगी. इसके अलावा सभी चिकित्सकों के कक्षों के बाहर उनके नाम और टोकन नंबर प्रदर्शित किये जायेंगे, जिससे मरीजों को किसी भी तरह की असुविधा न हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है