मुंगेर. मुंगेर प्रमंडल के मुंगेर, लखीसराय व जमुई में माओवादी संगठन को लीड करने वाला रावण कोड़ा मुंगेर जिले के आधे दर्जन नक्सली वारदातों में संलिप्त रहा है. उसने शनिवार को लखीसराय में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. धरहरा प्रखंड की आजीमगंज पंचायत के मुखिया परमानंद टूडू की गला रेतकर हत्या के मामले में भी उसने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. तीन लाख का इनामी नक्सली रावण कोड़ा का आत्मसमर्पण पुलिस महकमे के लिये एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. वह इस क्षेत्र का नक्सली एरिया कमांडर भी था और उसके नेतृत्व में माओवादियों ने मुंगेर जिले में कई बड़ी वारदात को भी अंजाम दिया था. मुंगेर जिले के बरियारपुर, लड़ैयाटांड, खड़गपुर व शामपुर थाना क्षेत्र में रावण कोड़ा के विरुद्ध् आधे दर्जन नक्सली मामलों में प्राथमिकी दर्ज है और उसकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस व एसटीएफ द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही थी, लेकिन वह अबतक पकड़ा नहीं जा सका था. विदित हो कि नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड की आजीमगंज पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टूडू की 23 दिसंबर 2021 में माओवादियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी. नक्सलियों का मारक दस्ता परमानंद टूडू के मथुरापुर स्थित उसके घर पर धावा बोलकर घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में रावण कोड़ा ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी और उस हत्याकांड में वह आरोपित भी था.
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