मुंगेर. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि सीताकुंड मेला को बिहार राज्य मेला अधिनियम, 2008 की धारा-3(v) के तहत मेला प्राधिकार के प्रबंधन के अंतर्गत लिये जाने का निर्णय लिया गया है. इससे संबंधित अधिसूचना प्रारूप गठित किया गया है. उन्होंने कहा कि सीताकुंड मेले में मुंगेर तथा आस-पास के भागलपुर, खगड़िया, बेगूसराय, सहरसा, पूर्णिया, लखीसराय समेत अन्य जिलों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं. पूरे वर्ष विदेशी पर्यटक भी सीताकुंड मंदिर में पूजा व भ्रमण करने आते हैं. उन्होंने बताया कि सीताकुंड मेला प्रतिवर्ष माघी पूर्णिमा की तिथि से प्रारंभ होता है तथा फाल्गुन पूर्णिमा तक अर्थात् कुल एक माह तक आयोजित होता है. उन्होंने कहा कि सीताकुंड में माता सीता, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के कुंड भी अवस्थित हैं. माता सीता की अग्नि परीक्षा के उपरांत उस कुंड से अनवरत गर्म जल प्रवाहित होती है, जबकि शेष चारों कुंड से ठंडा जल प्रवाहित होता है. इस स्थल पर एक भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है, जहां श्रद्धालु अपनी-अपनी मनोकामनाएं सिद्ध करने आते हैं.
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