संग्रामपुर. संग्रामपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों चिकित्सक की कमी से जूझ रहा है. श्रावणी मेला को लेकर कच्ची कांवरिया पथ पर बनाये गये अस्थायी शिविर में सीएचसी के तीन चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है, जिससे अस्पताल में महज दो चिकित्सक कार्यरत हैं. अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. ऐसी परिस्थिति में मरीजों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब हो कि सीएचसी संग्रामपुर में कुल पांच चिकित्सक पदस्थापित हैं. लेकिन श्रावणी मेले की विशेष ड्यूटी में तीन चिकित्सकों की तैनाती कर दी गई है. जिससे केवल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसएस राय और डॉ गौतम साहा ही अस्पताल की पूरी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. सीमित स्टाफ के चलते ओपीडी, इमरजेंसी और अन्य चिकित्सीय सेवाएं बुरी तरह बाधित हो रही है. खासतौर पर दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीजों को बिना इलाज कराये ही लौटना पड़ रहा है या मजबूरी में निजी क्लीनिक का रुख करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं अस्पताल में एक भी महिला चिकित्सक के नहीं रहने के कारण महिला मरीजों को परेशानी बढ गई है. 24 घंटे इमरजेंसी सेवा केवल दो डॉक्टरों के भरोसे चलाना काफी मुश्किल हो गया है. इस पर चिंता व्यक्त करते हुए एसयूसीआई के जिला सचिव कामरेड कृष्णदेव शाह ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की कि सीएचसी जैसे प्रमुख अस्पतालों में न्यूनतम चिकित्सकों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए. ताकि आमलोगों को राहत मिल सके.
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