तारापुर.
जल संसाधन विभाग द्वारा तारापुर सिंचाई प्रमंडल परिसर में शनिवार को सिंचाई समस्या के समाधान को लेकर विशेष बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में पांच दर्जन से अधिक किसानों ने सिंचाई के मध्यकाल में पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारणों को बताया. इस पर कहा गया कि विभागीय अभियंता स्थल का मुआयना करेंगे और शीघ्र समस्या का समाधान करेंगे. अभियंताओं ने कहा कि नहर में सिंचाई से जुड़ी आवश्यकताओं, चुनौतियां एवं सुझावों से रूबरू होने के लिए किसानों को बुलाया गया था. जिसका उद्देश्य है समय पर पर्याप्त मात्रा में सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराना, नहरों के संचालन को बेहतर बनाना. किसानों ने मुख्य रूप से कहा कि सिंचाई के जितने भी डांड हैं, उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाए. बदुआ नदी क्षेत्र के किसानों के लिए लाइफलाइन है. जिसमें अंधाधुंध बालू उठाव के कारण नदी की गहराई अधिक हो गई है. जिसके कारण नदी से निकलने वाले डांड में पानी नहीं चढ़ पता है. हनुमना डैम के डाउन स्ट्रीम में विभिन्न बिंदुओं को चिन्हित कर अगर चेक डैम बनाया जाए अथवा नदी को नहर का स्वरूप प्रदान किया जाए तो सिंचाई की समस्या का स्थायी समाधान हो पायेगा. वर्तमान स्थिति यह है की पूरी तरह वर्षा अथवा निजी बोरिंग के माध्यम से किसान खेती कर पा रहे हैं. बैठक में कार्यपालक अभियंता ने किसानों को आश्वस्त किया कि जल्द ही समाधान किया जाएगा. पहली बार किसानों के साथ अभियंताओं ने उनके समस्याओं को सुनने के लिए शिविर का आयोजन किया था. इस पहल की किसानों ने सराहना की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है