मुंगेर. मॉडल अस्पताल सभागार में गुरूवार को जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिये कार्यशाला का आयोजन किया गया. भागलपुर से आये चिकित्सकों की टीम ने इसकी जानकारी दी. कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डाॅ रामप्रवेश प्रसाद ने की. कार्यशाला में प्रसव वार्ड और एसएनसूयी वार्ड में मातृ मृत्यु दर को कम करने तथा स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार पर चर्चा हुई. इस दौरान भागलपुर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल से आए डाॅ प्रमोद कुमार, डाॅ अर्चना झा, डाॅ हिमानी सिन्हा, डाॅ जितेन्द्र सिंह, डाॅ अहमद नदीम, राजेश कुमार ने कार्यशाला में विस्तृत जानकारी दी. डाॅ प्रमोद ने कहा कि प्रसव वार्ड और एसएनसीयू वार्ड में मृत्यु दर क्यों बढ़ रहा है, इसकी समीक्षा सभी अपने स्तर से करें. नार्मल प्रसव या सिजेरियन के पश्चात महिला को क्या-क्या दवाई दी जानी है, कौन सी दवाई दी गई. इसकी मानिटरिंग की जाए तो मातृ-मृत्युदर को कम किया जा सकता है. डाॅ अर्चना झा ने कहा कि मातृ मृत्यु दर को शून्य नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसकी समीक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार कर मृत्यु दर को कम जरूर किया जा सकता है. कार्यशाला के पश्चात भागलपुर से आई चिकित्सकों की टीम ने हैंड्स ऑन ट्रेनिंग के दौरान सदर अस्पताल के डाक्टरों के साथ प्रसव वार्ड, एमसीएच वार्ड, एसएनसीयू वार्ड, पिकू वार्ड का जायजा लिया. मौके पर सदर अस्पताल की डाॅ अर्चना कुमारी, डाॅ निधि, डाॅ बीएन सिंह, डाॅ आशीष, डाॅ पंकज सागर सहित अन्य मौजूद थे.
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