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बिहार बंद : मुंगेर स्टेशन पर रोकी गयी ट्रेन व एनएच-333 बी पर सड़क यातायात किया बाधित

मुंगेर रेलवे स्टेशन पर रेल चक्का जाम किया गया

– बंद में शामिल पार्टियों ने बाजार में निकाला जूलुस, दुकान, बैंक व डाक घर को कराया बंद

– कई जगहों पर टॉयर जलाकर बंद समर्थकों ने किया विरोध प्रदर्शन

मुंगेर

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के खिलाफ आहुुत बिहार बंद के दौरान महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने मुंगेर में बुधवार को चक्का जाम किया. एक ओर जहां मुंगेर रेलवे स्टेशन पर रेल चक्का जाम किया गया, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय उच्च पथ-333 बी बांक मोड़ और मुंगेर-जमालपुर मुख्य मार्ग नौलक्खा के समीप सड़क जाम कर और टॉयर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. इधर बंद समर्थकों ने बाजार में जुलूस निकाल कर घूम-घूम कर दुकान व प्रतिष्ठान को बंद कराया. दोपहर तक बाजार जहां बंद रही, वहीं सड़कों पर वाहनों का आवागमन भी बाधित रहा. बंद का असर स्कूलों पर भी देखा गया. कई निजी स्कूल भी बंद रहे.

मुंगेर रेलवे स्टेशन पर रोका ट्रेन, घूम-घूम कर बाजार कराया बंद

ट्रेड यूनियन के हड़ताल के समर्थन एवं मतदाता सत्यापन को लेकर चलाये जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य के विरोध में महागठबंधन नेता व कार्यकर्ता अपनी-अपनी पार्टी का झंडा व बैनर के साथ मुंगेर रेलवे स्टेशन पहुंचे. सभी रेलवे ट्रैक पर बैठ गये और जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया. लगभग एक घंटे तक रेलवे ट्रैक को जाम रखा गया. जिसके बाद प्रशासनिक हस्तक्षेप पर रेलवे ट्रैक को खाली किया गया. तब जाकर ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ. महागठबंधन के नेताओं ने बाजार में घूम-घूम कर दुकान व प्रतिष्ठान को बंद कराया. साथ ही वाहनों के परिचालन को भी बाधित किया. मौके पर राजद नेता अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव, प्रदेश महासचिव प्रमोद यादव, श्रीकांत यादव, आसिफ वसीम, प्रो विनय कुमार सुमन, वीआईपी पार्टी के जफर अहमद सहित बड़ी संख्या में महागठबंधन दलों के नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे. नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे बिहार की सत्ता पर काबिज होने के लिए चुनाव आयोग विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम चला रही है. इस तुगलकी फरमान का हम लोग विरोध करते हैं. आंदोलन के जरीए केंद्र सरकार बताना चाहते हैं कि अविलंब इस फैसले को वापस ले. नहीं हो उग्र आंदोलन होगा.

बांक मोड़ व नौलक्खा में सड़क जाम, टॉयर जला कर किया प्रदर्शन

बंद का असर सड़कों पर देखा गया. जिसके कारण दोपहर तक वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहा. महागठबंधन के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बांक मोड़ के पास एनएच-333बी को राजद के प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार यादव के नेतृत्व में सड़क जाम किया गया. जबकि टॉयर जला कर विरोध प्रदर्शन किया. जिसके कारण तीन दिशाओं में वाहनों की लंबी कतार लग गयी. दर्जनों कांवरिया वाहन इस जाम में फंसे रहे. जबकि ट्रकों की लंबी कतार लग गयी. निजी वाहन भी घंटों जाम में फंसी रही. मौके पर राजद पंकज यादव, नेता कौशर फैयाज, मो आबिद हुसैन, मनीष यादव, यादवेंदु रणधीर, शिशिर कुमार लालू, दिनेश यादव, भाकपा माले के लखन कुमार, सुमित कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

ट्रेड यूनियन ने निकाला जुलूस, बंद कराया बाजार

केंद्रीय श्रम संगठनों के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा, एसयूसीआई (सी), सीपीआइ ओ, सीपीआई मामले सहित विभिन्न पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता अपने-अपने झंडे बैनर जुलूस निकाला. जो घर में घूम-घूम कर बाजार को बंद कराया. जुलूस में शामिल कार्यकर्ता मजदूर विरोधी चार श्रम कोड रद्द करो, महंगाई पर रोक लगाओ, सभी बेरोजगारों को काम दो, स्कूल रसोइया, आशा, आंगनबाड़ी को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दो, ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करो, . संगठित और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी और सामाजिक सुरक्षा का लाभ दो, मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर मतदाताओं को मतदाता सूची से नाम हटाना बंद करो आदि नारे लगा रहे थे. जुलूस मुरारी होटल के पास सभा में तब्दील हो गयी. एससीयूआई (सी) के जिला सचिव कृष्णदेव शाह, ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के जिला सचिव रविंद्र मंडल, एटक के महासचिव रतन मंडल, एआईयुटीयुसी के जिला कमेटी सदस्य कामेश्वर रंजन, जिला प्रभारी सचिव कामरेड संजीवन,सीआईटीयू के मसीहुद्दीन, एसयूसीआई के रमन सिंह, शोभा देवी, कंचन देवी, किरण देवी सहित अन्य ने सभा को संबोधित किया.

स्कूल, बाजार, बैंक व प्रतिष्ठान पर रहा बंदी का असर

एक ओर जहां बंदी का असर सड़क पर प्रभावी रूप से दिखा. वहीं निजी स्कूल, बैंक बीमा एवं अन्य सरकारी प्रतिष्ठान भी बंद कर असर देखा गया. बंद समर्थकों ने सरकारी एवं अर्ध सरकारी बैंकों को जहां बंद करा दिया. वहीं कई निजी स्कूलों को भी बंद कराया गया. जबकि कई निजी विद्यालय ने बंद को लेकर पूर्व में ही स्कूल बंद रखने का मैसेज अपने छात्र-छात्राओं को दे दिया था. यहीं कारण था कि नेट्रोडेम मुंगेर, सरस्वती विद्या मंदिर पुरानीगंज सहित आधे दर्जन से अधिक निजी विद्यालय बंद रहे. इधर बंद समर्थकों ने घूम-घूम कर बाजार को बंद करा दिया और सड़कों पर आवागमन को रोक दिया. जिसका असर दोपहर तक रहा.

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