हवेली खड़गपुर. नगर के मुख्य बाजार स्थित प्राचीन काली मंदिर परिसर में गुरुवार को जेपी सेनानियों की बैठक श्यामसुंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई. मुख्य अतिथि के रूप में जेपी सेनानी के जिला उपाध्यक्ष सह जिला प्रवक्ता गोरेलाल मंडल थे. बैठक में भूमिगत जेपी सेनानियों की सम्मान की मांग उठी. मुख्य अतिथि ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2009 में जेपी सम्मान निधि योजना का कार्य प्रारंभ किया. एक माह से अधिक बंदी रहने वाले सेनानी और छह माह से अधिक कारा में बंदी रहे सेनानी को अधिक सम्मान दिया गया है. जबकि भूमिगत सेनानियों को अभी तक सम्मान नहीं दिया गया है. भूमिगत सेनानियों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह दिया जाना चाहिए. कई ऐसे भूमिगत सेनानी हैं, जिन्हें थाना से डीआइआर के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, लेकिन उन्हें अबतक न तो सम्मानित किया गया, न ही पेंशन का लाभ मिला. इसके अलावा छह माह से अधिक कारा में बंद रहे कुछ ऐसे भी जेपी सेनानी हैं, जिन्हें पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है. इसका कारण है कि पिछले कुछ माह पूर्व जिलाधिकारी द्वारा अंचल कार्यालय से रिपोर्ट मांगी गई थी, जो अभी तक जिलाधिकारी को नहीं भेजी गई है. उन्होंने अंचलाधिकारी से अविलंब जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजे जाने की मांग की. मौके पर अशोक मंडल, बुद्धिनाथ पासवान, लखनलाल सिंह, महेश सिंह, हीरालाल सिंह, कैलाश दास, रामबिलास सिंह, कपिल प्रसाद कपिल, धर्मेंद्र सिंह, अखिलेश्वर सिंह, जयप्रकाश सिंह, अनार देवी, मीना देवी, शांति देवी सहित अन्य मौजूद थे.
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