छात्र ठोकर खा रहे, साइकिलें जंग खा रहीं
प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं जहां सरकारी साइकिल योजना का लाभ लेने के लिए स्कूल और प्रखंड कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, वहीं दूसरी ओर किशुनपुर मध्य विद्यालय परिसर में सैकड़ों साइकिलें खुले आसमान में धूप और बारिश झेल रही है. जानकारी के अनुसार, परिसर में करीब 400 साइकिलें खुले में पड़ी हुई हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 16 लाख रुपये से अधिक बतायी जा रही है. बारिश के कारण साइकिलों के टायर, ट्यूब, रिम, चैन सहित कई पार्ट्स जंग लगने और खराब होने लगे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विभागीय लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है. बच्चों को साइकिल देने की बजाय साइकिलें बर्बादी की कगार पर पहुंच रही हैं.
जिला से नहीं मिला अनुमोदन, वितरण लटका
विभागीय कर्मियों का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आयी साइकिलों का वितरण पहले ही किया जा चुका है. वर्तमान में जो साइकिलें परिसर में रखी गयी हैं, वे वित्तीय वर्ष 2025-26 के तहत प्राप्त हुई हैं. लेकिन अब तक जिला से वितरण की स्वीकृति (अनुमोदन) नहीं मिल पायी है. कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी द्वारा अग्रिम साइकिल की आपूर्ति की जा रही है, जिसके कारण बिना भंडारण व्यवस्था के साइकिलें भेजी जा रही हैं. भंडारण की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण इन साइकिलों को खुले में ही रखना पड़ रहा है. उनका यह भी कहना है कि बारिश के चलते कोई वैकल्पिक सुरक्षित स्थान भी नहीं मिल सका है.गंभीर मामला, होगी कार्रवाई
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