पाटन. सगुना स्थित फुलधोवई आहर (बावन विगहवा बांध) की मरम्मत न होने से किसानों में गहरी नाराजगी है. उन्होंने कई बार बीडीओ, उपायुक्त और डीडीसी को आवेदन दिया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. 2024 में भारी बारिश के कारण प्रखंड के कई आहर टूट गए, जिनमें फुलधोवई आहर भी शामिल था. इससे करीब 50 एकड़ में लगा धान पूरी तरह नष्ट हो गया. पानी बह जाने के बाद बची फसल भी जल स्रोत की कमी से खराब हो गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ.किसानों ने बीडीओ को लिखित आवेदन दिया और व्यक्तिगत रूप से भी अपनी चिंता जाहिर की, लेकिन समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। तत्कालीन उपायुक्त शशि रंजन और डीडीसी शबीर अहमद को भी जानकारी दी गई थी, लेकिन समस्या जस की तस बनी रही. किसानों की आजीविका पर संकट अब फिर से बरसात और खेती का मौसम आ चुका है, लेकिन बांध की मरम्मत नहीं हुई. खेतों में पानी की आपूर्ति न होने से किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है, जिससे उनकी रोज़ी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है. तत्काल समाधान की जरूरत ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन बांध की मरम्मत जल्द कराये, ताकि खेती संभव हो सके। समय रहते समाधान न होने पर किसानों की परेशानियां और बढ़ सकती हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है