फोटो 24 डालपीएच- 13 मेदिनीनगर . शहर के सुदना जलापूर्ति केंद्र की तकनीकी व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है. नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण यह केंद्र बार-बार बंद हो जाता है, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वर्तमान में पिछले छह दिनों से जलापूर्ति पूरी तरह से ठप है, जिससे पंचवटी नगर, अघोर आश्रम रोड, सुखवन टांड, पटेल नगर, आजाद नगर, राजनगर, जगनारायण पथ, हरिजन मुहल्ला और शांतिपूरी जैसे इलाकों के हजारों उपभोक्ता प्रभावित हो रहे हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार जुलाई माह में ट्रांसफार्मर जलने के कारण भी एक सप्ताह तक पानी की आपूर्ति बंद रही थी. अब फिर से मोटर पंप के फुटबॉल में तकनीकी खराबी आने से पानी का उठाव नहीं हो पा रहा है. नगर निगम के कनीय अभियंता अवध कुमार और तकनीकी टीम ने स्थल का निरीक्षण किया, लेकिन कोयल नदी में जलस्तर अधिक होने के कारण इंटकवेल तक नहीं पहुंच सके. फिलहाल नदी में आठ से दस फीट पानी बह रहा है, जिससे मोटर पंप की मरम्मत संभव नहीं हो पा रही है. यह जलापूर्ति केंद्र अक्सर किसी न किसी तकनीकी कारण से बंद रहता है. नियमित संचालन न होने से नागरिकों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है. उपभोक्ताओं का कहना है कि सुदना क्षेत्र ड्राइजोन है, जहां अधिकांश लोग जलापूर्ति पर निर्भर हैं. यहां बिना फिल्टर किए पानी की आपूर्ति होती है, जिसे लोग दैनिक कार्यों में उपयोग करते हैं. स्थानीय नागरिक बबलू तिवारी, ज्योति सिंह, धनंजय पांडेय, पीएन मिश्रा, दिनेश तिवारी, विनोद पाठक, सतीश दुबे, रामचंद्र राम, सुनील आदिने जलापूर्ति व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त करने की मांग की है.पूर्व वार्ड पार्षद सुशीला कुमार ने आरोप लगाया कि निगम बोर्ड भंग होने के बाद प्रशासन मनमाने तरीके से काम कर रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है