प्रतिनिधि, मोहम्मदगंज. वन क्षेत्र का कार्यालय परिसर तीन एकड़ में फैला हुआ है. लेकिन इतने बड़े भूभाग के वर्षा जल के निकासी की व्यवस्था नहीं है. बताया जाता है कि जिस रास्ते से इस परिसर की पानी की निकासी होती थी उसका अतिक्रमण कर लिया गया है. नतीजातन पानी का ठहराव कार्यालय के इर्द-गिर्द हो जाता है, जिसके कारण जल जमाव की स्थिति बन गयी है. बड़ी मात्रा में पानी के ठहराव होने से आसपास के रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पानी जमा रहने के कारण इससे दुर्गंध उठ रहा है.बरसात के इस मौसम में इससे कई बीमारी फैलने का डर लोगों में बना हुआ. है. अनुमंडल के तीनों प्रखंड का मुख्य कार्यालय मोहम्मदगंज में है. इसकी सीमा बिहार के दंगवार व जिले के छतरपुर व पांडु प्रखंड तक है. हालांकि अब तक कार्यालय का भवन तो नहीं बन सका. लेकिन वनरक्षियों के लिए दो मंजिला भवन है. पूर्व का खपरैल कार्यालय जर्जर स्थिति में है. पीछे का दीवार क्षतिग्रस्त है.विषैला जीव जंतु भवन तक पहुंचते है. ऐसी स्थिति में वन रक्षियों की जान खतरे में है. चार वन रक्षियों के भरोसे है पूरा जंगल मोहम्मदगंज इलाके का इतने बड़े वन क्षेत्र चार वन रक्षियों के भरोसे है. पदस्थापित रेंजर प्रमोद कुमार गढ़वा व पलामू जिला के कई वन कार्यालय के प्रभार में है. चहारदीवारी के अभाव में वन परिसर में रखा गया लाखों रुपये की वन संपदा व आरा मील सामग्री की चोरी हो गयी है.थाना में प्राथमिकी भी दर्ज है. मगर आज तक इस कार्यालय को सुरक्षित रखने के लिए विभाग सचेत नहीं हुआ.
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