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बेतिया विधान सभा चुनाव 2025
(Bettiah Vidhan Sabha Chunav 2025)
बेतिया विधानसभा क्षेत्र को शुरुआत में कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है. लेकिन, बीजेपी ने इस किले को भेदने में सफलता दिखाई और इस पर अपना कब्जा जमाया. 1985 के बाद कांग्रेस सिर्फ 2015 में इस सीट पर चुनाव जीत पाई. इस दौरान इस सीट से 5 बार बीजेपी और एक बार 1995 में जनता दल के विधायक चुने गए. इस बार यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी इस सीट पर अपना कब्जा जमाए रखने में सफल रह पाएगी?
बेतिया विधानसभा चुनाव परिणाम
2020
2015
2010
CANDIDATE NAME | PARTY | VOTES |
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बेतिया विधान सभा चुनाव से जुडी जानकारी
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में स्थित बेतिया विधानसभा सीट की बिहार विधानसभा में सीट क्रम संख्या आठ है. यह पश्चिम चंपारण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा भी है. 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद इस विधानसभा सीट में बदलाव किया गया और इसके तहत बेतिया सामुदायिक विकास ब्लॉक, मोहद्दीपुर, मझहौलिया, पारसा, बहुआरवास गुदारास बखरिया, राजभर और सेनुवरिया समेत कई क्षेत्रों को शामिल किया गया.
कांग्रेस का रहा है दबदबा
बेतिया विधानसभा सीट पहले बेतिया लोकसभा का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन 2008 के बाद इसमें बदलाव कर दिया गया और इसे पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र में शामिल कर दिया गया. इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. लेकिन, 2000 के चुनाव में बीजेपी ने इसे अपने कब्जे में ले लिया. हालांकि, 2015 में कांग्रेस ने फिर से कमबैक करते हुए इस सीट पर जीत हासिल की.
2010 में बीजेपी ने एकतरफा कर दिया चुनाव
2010 के विधानसभा चुनाव को बीजेपी ने एकतरफा चुनाव बना दिया था. बीजेपी ने रेणु देवी को अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं उनके सामने निर्दलीय प्रत्याशी अनिल कुमार झा थे. रेणु देवी ने करीब 28789 वोटों से इस सीट को अपने नाम कर लिया था. निर्दलीय उम्मीदवार अनिल झा को कुल 13221 वोट पड़े थे. रेणु देवी की झोली में कुल 42010 वोट आए. इस सीट पर कुल मतदान का 40 प्रतिशत वोट रेणु देवी के हिस्से गया वहीं सिर्फ 12 प्रतिशत वोट अनिल झा के खाते में जुड़ पाया.
2015 में कांग्रेस ने किया कमबैक
2015 के चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर कमबैक किया. कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी ने बीजेपी की रेणु देवी को करीब 2320 वोटों से पटकनी देते हुए चुनाव जीता. मदन मोहन तिवारी को कुल 66786 वोट हासिल हुए. वहीं बीजेपी की रेणु देवी के खाते में 64466 वोट आए. काफी क्लोज फाइट रहा. इस सीट पर हुए कुल मतदान का 45 प्रतिशत वोट कांग्रेस के खाते में गया वहीं बीजेपी के हिस्से में 44 प्रतिशत वोट आया. महज 1 प्रतिशत वोट ने तख्ता पलट कर दिया था.
2020 के चुनाव में रेणु देवी फिर से बनी विधायक
इस बार बीजेपी पूरी तैयारी के साथ ग्राउंड पर उतरी. जम कर मेहनत किया. एक बार फिर से बीजेपी ने रेणु देवी पर भरोसा करते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा. उनके सामने थे कांग्रेस विधायक मदन मोहन तिवारी. जनता ने इस बार फिर से बीजेपी उम्मीदवार रेणु देवी को मौका दिया और करीब 18079 वोटों के मार्जिन से उन्होंने सीट को अपने नाम किया. रेणु देवी को कुल 84496 वोट हासिल हुए. वहीं मदन मोहन तिवारी के खाते में 66417 वोट आए. इस चुनाव में बीजेपी को कुल 52.83 प्रतिशत वोट मिले, वहीं कांग्रेस की झोली में 41.53 प्रतिशत वोट आए.