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धौरैया विधानसभा चुनाव 2025
(Dhauraiya Vidhan Sabha Chunav 2025)
बांका की धोरैया विधानसभा सीट: जदयू के विजयरथ को 2020 में राजद ने रोका, वामदल और कांग्रेस का भी कभी रहा दबदबा
बांका जिले की धौरेया विधानसभा सीट पर जदयू ने लगातार जीत दर्ज की लेकिन 2020 के चुनाव में राजद ने जदयू को झटका दिया और यहां जीत दर्ज की. भूदेव चौधरी जदयू के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुके थे. पिछली बार उन्होंने राजद का टिकट लेकर इस सीट पर कब्जा किया.
धौरैया विधानसभा चुनाव परिणाम
2020
2015
2010
CANDIDATE NAME | PARTY | VOTES |
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धौरैया विधान सभा चुनाव से जुडी जानकारी
धोरैया विधानसभा सीट बांका लोकसभा क्षेत्र और बांका जिले के अंतर्गत आता है. इस सीट पर कभी वामलदलों का दबदबा रहता था. इससे पहले कांग्रेस का झंडा भी लंबे समय तक यहां गड़ा रहा. निर्दलीय उम्मीदवार को भी एकबार जीत मिली. वहीं 2005 से जदयू ने इस सीट पर अपना कब्जा रखा. लेकिन पिछले चुनाव में आरजेडी ने पहली बार अपने कब्जे में इस सीट को जदयू से ले लिया. वर्तमान में भूदेव चौधरी राजद के विधायक इस सीट से चुनकर बने हैं. तीन लाख से अधिक वोटर यहां हैं.
जदयू के विजय रथ को राजद ने रोका
पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू से इस सीट को राजद ने छीन लिया. आरजेडी के उम्मीदवार भूदेव चौधरी थे जिन्हें जदयू के मनीष कुमार को सीधी टक्कर में मात दी. 3 हजार से अधिक वोटों से हार-जीत दोनों के बीच तय हुआ था. पिछले चुनाव में लोजपा (रामविलास) ने भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारा था. जिन्हें 4081 वोट ही मिले थे.
वामदल और कांग्रेस के बीच होती थी रेस
धोरैया सीट 1957 में अस्तित्व में आयी थी. पहले चुनाव में कांग्रेस ने यहां जीत दर्ज की. शुरुआती चुनावों में यहां से कांग्रेस की जीत ही होती रही लेकिन उसके बाद एक निर्दलीय उम्मीदवार रामचंद्र भानु ने जीत दर्ज करके 1969 में कांग्रेस का विजय रथ यहां रोक दिया था. लेकिन एकबार ही वो जीत सके. उसके बाद सीपीआई ने अपना झंडा हैट्रिक जीत के साथ यहां गाड़े रखा. नरेश दास 1972,1970 और 1980 का चुनाव यहां जीते.
2005 से जदयू ने गाड़ा था झंडा
1985 में कांग्रेस ने फिर धोरैया में वापसी की लेकिन सीपीआई ने अगले ही चुनाव में हार का बदला लिया और वापसी की. 2005 में पहली बार जदयू ने यहां अपना खाता खोला. तब से लगातार जदयू के ही उम्मीदवार जीतते आए. भूदेव चौधरी और मनीष कुमार जेडीयू से विधायक बने.
भूदेव सांसद बने तो जदयू ने उपचुनाव भी जीता
2009 के लोकसभा चुनाव में जदयू के भूदेव चौधरी जमुई से जदयू के प्रत्याशी बनाए गए थे. धोरैया विधायक रहते हुए वह जमुई के सांसद चुने गए. धोरैया की सीट खाली हुई तो उपचुनाव में जदयू प्रत्याशी मनीष कुमार ने जीत दर्ज की. लगातार दो बाद मनीष कुमार जीते. वहीं भूदेव चौधरी ने एकाबर रालोसपा की टिकट पर फिर से धोरैया सीट पर दांव आजमाया लेकिन मनीष कुमार से हार गए.
जदयू के ही पूर्व नेता को प्रत्याशी बनाया, राजद ने किले में की सेंधमारी
2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने भूदेव चौधरी को प्रत्याशी बनाया. इस चुनाव में जदयू के मनीष कुमार राजद के प्रत्याशी भूदेव चौधरी के हाथों सीधी टक्कर में हार गए.