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पीरपैंती विधानसभा चुनाव 2025
(Pirpainti Vidhan Sabha Chunav 2025)
पीरपैंती विधानसभा: पीरपैंती में भाजपा और राजद के बीच होती है टक्कर, प्रत्याशी को लेकर हो सकती है उठा-पटक
भागलपुर जिले के पीरपैंती विधानसभा में भाजपा की तरफ से टिकट किसे मिलेगा. इसबार भी इसे लेकर काफी चर्चा छिड़ी है. राजद की नजर भी इस सीट पर जीतकर वापस कब्जा जमाने की है. पीरपैंती के विधायक अभी ललन कुमार हैं. बीजेपी की तरफ से अमन कुमार ने पहली बार यहां जीत दर्ज की. पिछले चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर अमन निर्दलीय लड़े थे.
पीरपैंती विधानसभा चुनाव परिणाम
2020
2015
2010
CANDIDATE NAME | PARTY | VOTES |
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पीरपैंती विधान सभा चुनाव से जुडी जानकारी
पीरपैंती विधानसभा भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत रिजर्व सीट है. बिहार-झारखंड की सीमा पर स्थित पीरपैंती विधानसभा पर अभी भाजपा का कब्जा है. इस विधानसभा में 3 लाख 77 हजार से अधिक वोटर हैं. जिसमें पुरुष 19 हजार से अधिक पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला वोटरों की संख्या 18500 से अधिक है. थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या गिनी चुनी है.
2000 में राजद का झंडा पहली बार गड़ा
पीरपैंती विधानसभा सीट पर वर्ष 2000 से पहले कम्युनिष्ट पार्टी और कांग्रेस का कब्जा रहा. दोनों के प्रत्याशी ही यहां से जीतते रहे. वामदल के विधायक रहे अंबिका प्रसाद यहां के चर्चित नेता रहे हैं. 2000 के चुनाव में इस सीट पर राजद का खाता खुला. आरजेडी के प्रत्याशी शोभाकांत मंडल यहां से तीन बार जीते. 2005 में दो बार चुनाव हुआ. दोनों बार राजद प्रत्याशी के तौर पर उन्हें जीत मिली.
पहली बार 2010 में भाजपा को मिली जीत
2010 में भाजपा ने इस सीट पर पहली बार कब्जा जमाया. बीजेपी की ओर से अमन कुमार प्रत्याशी बनाए गए थे. जो यहां से भाजपा के पहले विधायक बने. 2015 के चुनाव में भाजपा ने अमन कुमार का टिकट काटा और ललन कुमार को प्रत्याशी बना लिया. जिसके बाद राजद ने भाजपा को पटखनी दे दी और आरजेडी से रामविलास पासवान विधायक बने. इस चुनाव में रामविलास को 80 हजार से अधिक वोट मिले थे जबकि भाजपा के ललन कुमार को 75 हजार के करीब वोट मिले थे.
भाजपा में प्रत्याशी को लेकर उठापटक
2020 के विधानसभा चुनाव में सबकी नजरें भाजपा पर टिकी थीं. पूर्व विधायक अमन कुमार को भी टिकट की आस थी. लेकिन पार्टी ने फिर से ललन कुमार को ही प्रत्याशी बनाया. जिसके बाद अमन कुमार ने पार्टी से बगावत की और निर्दलीय प्रत्याशी बनकर मैदान में उतर गए. हालांकि इसका कुछ खास असर नहीं हुआ और राजद के रामविलास पासवान को हराकर भाजपा के ललन कुमार फिर से पीरपैंती के विधायक बने. ललन कुमार को इस चुनाव में 95811 वोट मिले.वहीं रामविलास पासवान को 68817 वोटों से संतोष करना पड़ा. इधर, अमन कुमार ने बाद में फिर से बीजेपी ज्वाइन कर लिया.
इसबार क्या है हलचल?
भाजपा में इसबार फिर से कयासों का दौर शुरू है. टिकट इसबार अमन कुमार को मिलेगा या भाजपा फिर से ललन पर ही दांव खेलेगी. या फिर कोई और बनेगा उम्मीदवार, इसे लेकर चर्चा तेज है. वहीं दूसरी ओर आरजेडी की तरफ से रामविलास पासवान के अलावे भी कई संभावित उम्मीदवारों की चर्चा है. जबकि वामदल की नजर भी इस सीट पर है.